अक्टूबर में इस्पात उत्पादन 3.4 फीसदी कम हुआ: रिपोर्ट

अक्टूबर माह में भारत का कच्चा इस्पात उत्पादन एक साल पहले इसी माह के मुकाबले 3.4 प्रतिशत घटकर 90.89 लाख टन रहा। विश्व इस्पात संघ (वर्ल्डस्टील) की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। वर्ल्डस्टील ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि एक साल पहले इसी माह के दौरान भारत में कच्चे इस्पात का उत्पादन 94.08 लाख टन रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान वैश्विक इस्पात उत्पादन में भी हल्की गिरावट आई है।


अक्टूबर 2019 में विश्व इस्पात उत्पादन 15 करोड 15 लाख टन रहा जो कि एक साल पहले इसी माह के उत्पादन 15.58 करोड़ टन के मुकाबले 2.8 प्रतिशत कम रहा। चीन का कच्चा इस्पात उत्पादन जहां अक्टूबर 2019 में एक साल पहले के मुकाबले 0.6 प्रतिशत घटकर 8.15 करोड़ टन रहा वहीं भारत का इस्पात उत्पादन 3.4 प्रतिशत घटकर 90.98 लाख टन रहा। चीन में अक्टूबर 2018 में 8.20 करोड़ टन और भारत में 94.08 लाख टन इस्पात का उत्पादन हुआ था। इस दौरान जापान का इस्पात उत्पादन 4.9 प्रतिशत घटकर 81.57 लाख टन रहा।


अमेरिका में इस दौरान 74.07 लाख टन उत्पादन हुआ जो कि एक साल पहले इसी माह में हुए इस्पात उत्पादन के मुकाबले दो प्रतिशत नीचे रहा। रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय संघ में जर्मनी ने अक्टूबर माह में 33 लाख टन, इटली ने 22 लाख टन, फ्रांस में 12 लाख टन और स्पेन में 12 लाख टन इस्पात का उत्पादन हुआ। वर्ल्डस्टील में शामिल सदस्य दुनिया के कुल इस्पात उत्पादन का 85 प्रतिशत उत्पादन करते हैं। इसमें 160 से अधिक इस्पात उत्पादक शामिल हैं।


" alt="" aria-hidden="true" />


Popular posts
पूर्वी दिल्ली इलाके में जहां-जहां कोरोना पॉजिटिव लोग मिल रहे हैं। उन इलाकों को प्रशासन कंटेनमेंट कर रहा है। ऐसे में अब तक पूर्वी जिले में छह हजार लोगों को घरों में क्वारंटीन कर दिया गया है। पूर्व जिला जिलाधिकारी अरुण कुमार मिश्रा के मुताबिक, शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली इलाके में बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो गई थी।
कोरोना के प्रकोप को देखते हुए आज दोपहर में ही पूर्व दिल्ली जिला प्रशासन ने आठ इलाकों को कंटेंटमेंट घोषित कर दिया था। ऐसे में यहां रहने वाले लोगों पर पूरी तरह से बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं, कोई बाहरी व्यक्ति भी अब इलाके में प्रवेश नहीं कर सकता है। एक बुजुर्ग की मौत के बाद प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायाक ने लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान 17 जून तक बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्र सरकार से 30 अप्रैल तक ट्रेन और हवाई सेवा शुरू नहीं करने का अनुरोध किया है। देश में लगे 21 दिनों के लॉकडाउन के खत्म होने से पहले ही ओडिशा सरकार ने इस लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है। ऐसा करने वाला ओडिशा देश का पहला राज्य बन गया। सीएम नवीन पटनायक ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 17 जून तक राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से 30 अप्रैल तक ट्रेन और हवाई सेवा को शुरू नहीं करने की अपील की है।ओडिशा सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब केंद्र सरकार भी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। कहा जा रहा है कि शनिवार को सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन को लेकर अंतिम फैसला ले सकते हैं।
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में लग्जरी होटल जैसी सुविधाओं की चर्चा है। वायरस के इन्फेक्शन से ठीक हुए 45 साल के रोहित दत्त ने रविवार के जानकारी दी है कि जैसा कि मैंने सरकारी अस्पताल का हाल सोचा था सफदरजंग का आइसोलेशन वार्ड वैसा नहीं था। बल्कि वो किसी लग्जरी होटल से कन नहीं कहा जा सकता। वहां के स्टाफ ने काफी साफ सफाई मेनटेन की हुई थी। हर जगह सफाई थी और चादरें दिन में दो बार बदली जा रही थीं।
इसके साथ ही अब राजधानी की सड़कों पर किसी को भी बिना मास्क पहने निकलने की अनुमति नहीं है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया कि चेहरे पर मास्क पहनने से कोरोना वायरस के रोकथाम में थोड़ी मदद हो सकती है। इसलिए सरकार ने यह तय किया है कि दिल्ली में घर से बाहर निकलने वाले हर व्यक्ति के लिए मास्क पहनने आनिवार्य होगा। लोग कपड़े का मास्क भी पहन सकते हैं।