गृहमंत्री ने भी दिलाया भरोसा, कहा- बिल्कुल ना घबराएं, हम सब एकसाथ

गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आश्वासन दिया कि 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं होगी। केंद्र सरकार सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर उचित कदम उठाने को लेकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। पूरा देश एक साथ मिलकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा। 

इस दौरान गृहमंत्री ने सभी डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ, पैथोलॉजिस्ट और पुलिस कर्मियों को धन्यवाद देता हूं, जो अपनी जान जोखिम में डालकर दिन-रात कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहे हैं। मैं लोगों से भी अपील करता हूं कि इन कठिन समय में उनका साथ दें और उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें।


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पूर्वी दिल्ली इलाके में जहां-जहां कोरोना पॉजिटिव लोग मिल रहे हैं। उन इलाकों को प्रशासन कंटेनमेंट कर रहा है। ऐसे में अब तक पूर्वी जिले में छह हजार लोगों को घरों में क्वारंटीन कर दिया गया है। पूर्व जिला जिलाधिकारी अरुण कुमार मिश्रा के मुताबिक, शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली इलाके में बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो गई थी।
कोरोना के प्रकोप को देखते हुए आज दोपहर में ही पूर्व दिल्ली जिला प्रशासन ने आठ इलाकों को कंटेंटमेंट घोषित कर दिया था। ऐसे में यहां रहने वाले लोगों पर पूरी तरह से बाहर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। वहीं, कोई बाहरी व्यक्ति भी अब इलाके में प्रवेश नहीं कर सकता है। एक बुजुर्ग की मौत के बाद प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायाक ने लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान 17 जून तक बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्र सरकार से 30 अप्रैल तक ट्रेन और हवाई सेवा शुरू नहीं करने का अनुरोध किया है। देश में लगे 21 दिनों के लॉकडाउन के खत्म होने से पहले ही ओडिशा सरकार ने इस लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है। ऐसा करने वाला ओडिशा देश का पहला राज्य बन गया। सीएम नवीन पटनायक ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 17 जून तक राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से 30 अप्रैल तक ट्रेन और हवाई सेवा को शुरू नहीं करने की अपील की है।ओडिशा सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है, जब केंद्र सरकार भी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। कहा जा रहा है कि शनिवार को सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन को लेकर अंतिम फैसला ले सकते हैं।
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में लग्जरी होटल जैसी सुविधाओं की चर्चा है। वायरस के इन्फेक्शन से ठीक हुए 45 साल के रोहित दत्त ने रविवार के जानकारी दी है कि जैसा कि मैंने सरकारी अस्पताल का हाल सोचा था सफदरजंग का आइसोलेशन वार्ड वैसा नहीं था। बल्कि वो किसी लग्जरी होटल से कन नहीं कहा जा सकता। वहां के स्टाफ ने काफी साफ सफाई मेनटेन की हुई थी। हर जगह सफाई थी और चादरें दिन में दो बार बदली जा रही थीं।
इसके साथ ही अब राजधानी की सड़कों पर किसी को भी बिना मास्क पहने निकलने की अनुमति नहीं है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया कि चेहरे पर मास्क पहनने से कोरोना वायरस के रोकथाम में थोड़ी मदद हो सकती है। इसलिए सरकार ने यह तय किया है कि दिल्ली में घर से बाहर निकलने वाले हर व्यक्ति के लिए मास्क पहनने आनिवार्य होगा। लोग कपड़े का मास्क भी पहन सकते हैं।